आज से हमारी भगदड् टीम भी नारद से जुड् चुकी है जिससे हम लोगों को एक सार्थक दिशा मिल चुकी है, ये टीम आगे क्या-क्या गुल खिलायेगी इसका खुलासा जल्द ही सभी लोगों के सामने हो जायेगा, लेकिन हमारी टीम सार्थक विषयों पर बहस भी कर सकती है तो हिन्दी और चिट्ठाकारों का अपमान करने वालों के दाँत खट्टे भी करने का माद्दा रखती है
तो अब चिट्ठाकारों सावधान! भगदड् टीम की पैनी नजर से बचना नामुमकिन है लेकिन आपके अच्छे काम के लिये आपको उत्साहित करने से नहीं चूकेगी ये टीम।
इस टीम के सदस्य उन्हें ही चुना जाता है जो केवल अपनी बात को कहने के लिये जाने जाते है यां फ़िर हिन्दी सेवा का लक्ष्य उन्होने निर्धारित किया है।ये उन चिट्ठाकारों को भी समर्पित है जिनका हिन्दी सेवा में विशेष योगदान रहा है.
हम उन ब्लॉगरों की तरह नहीं हैं जो अपना मंच बनाकर दूसरों से अलग दिखने की कोशिश करते है और जो खुद को हिन्दी का स्वयंसेवी मानते हैं, लेकिन विवादों को जन्म देना इनका मुख्य काम रहा है, अश्लील लेखन करके खुद की भडास निकालकर खुद को ये तुर्रम खाँ समझ बैठे है और समझ रहे हैं कि हमी लोग इस देश और हिन्दी लेखन को चला रहे हैं।
ये उनकी भूल है!
कुछ चन्द रूपयों की खातिर अपना इमान और पहचान खोकर, सिगरेट और शराब के लेखन से अपनी पहचान बनाते ये लेखक हिन्दी की सेवा नहीं अपना खुद का उपहास उडा रहे हैं.धन्यवाद की पात्र है नारद की टीम जिन्होने इन लोगों के नापाक इरादों पर अन्कुश लगा रखा है.
बस! इतना ही
टीम भगदड्
भगदड् टीम की ओर से सभी चिट्ठाकारों को प्रणाम!
Tuesday, September 25, 2007
Posted by
टीम भगदड़
at
5:14 PM
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
2 comments:
बहुत-बहुत शुभकामनायें!
आपका स्वागत है। आपके प्रयासों से निश्चय ही चिट्ठाकारों को प्रोत्साहन मिलेगा।
Post a Comment