हमारा प्रयास

Sunday, August 26, 2007

आज भगदड् शैशव अवस्था में है लेकिन जल्द ही अपने रूप को प्राप्त करनें में इसे वक्त नहीं लगेगा क्योंकि जिस प्रकार से हिन्दी पत्रकारिता का उत्थान हिन्दी ब्लॉग्स और फ़ीड एग्रीग्रेटरो और वेबसाइटों के द्वारा हो रहा है वो निःसन्देह प्रशंसा के योग्य है
वाकई हिन्दी के विकास मे इन सबका योगदान अविस्मरणीय और महान है।लेकिन साथ ही साथ हम यह भी जोडना चाहेंगें कि हम जो कोई भी हैं हिन्दी के अपमान और बेहिसाब फ़ैलते आक्रोश को बर्दाश्त नहीं करेंगे और हमारे साथ जुडने वाले तमाम सम्माननीय लेखकों से अनुरोध है कि वो अगर विवादों को नया रूप और उसे सही रूप में दिखानें की कोशिश कर सकते हैं तो उनका स्वागत है।

टीम भगदड़्

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