कुछ लोग ब्लॉग नामकरन के लिये बडे ही चिंतित रहते हैं वो सोचते हैं कि जो नाम उन्होने रख दिया क्या वो कोई और भी रखेगा?
जी हाँ ये भी सच है और ऐसा हो भी रहा है
प्रस्तुत है कुछ नाम और उनके रचयिता जो शायद उन्हें ये रोचक जानकारी मिल सके.
नुक्कड
1.ये नाम तरकश की फ़ोरम साइट का है|यहाँ देखें| 10 जनवरी सन 2006 को यह पेज अवतरित हुआ था|
इनका रजिस्टर्ड पता हैः छवि,सी 1, बालाजी प्लाजा,बोदकदेव,अहमदाबाद,गुजरात,भारत-380054
2.सन्मय प्रकाश भी इसे चला रहे हैं| यहाँ पर भी देखें |
3.कान्ति भाई ने भी अपने ब्लॉग का नाम् नुक्कड रखा हुआ है। यहाँ पर भी देखें |
4.पैट्रिक भाई तो नुक्कड ब्लॉग बनाकर अपने आपको भूल ही से गये हैं। आइये देखें जरा उनको भी यहाँ पर
5.और तो और अब ग्लोबल नुक्कड भी बन गया है। इसे भी देखें यहाँ पर|जिनकी स्वामिनी नीना जी हैं, जिन्होने सारथी कॉलम से एक विषय ही आज पूरा का पूरा उडा दिया है शास्त्री जी कहाँ हैं आप? कंठलंगोट वाला लेख आपका ही है ना?
नामकरन के लिये मारामारी
Wednesday, October 3, 2007
Posted by
टीम भगदड़
at
11:14 PM
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1 comment:
कौन कहता है नाम में क्या रखा है? :)
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